कविता |
रविकर |
धनंजय |
कविता |
हवा-आणि-सागर-प्रदूषणा विषयी अमेरिकेचा पवित्रा |
मिलिन्द |
कविता |
शोधत-शोधत |
धनंजय |
कविता |
पे कमिशन |
विवेक पटाईत |
कविता |
कळी म्हणते कळीला... |
कोमल मानकर |
कविता |
रिकाम्या अपार्टमेंटमधलं मांजर - विस्लावा झिम्बोर्स्का |
चिंतातुर जंतू |
कविता |
हिवाळ्यातल्या संध्याकाळी स्नो वितळतांना |
तोतया |
कविता |
ही वेळ निराळी आहे |
अरूण म्हात्रे |
कविता |
कवितास्पर्धेचा निकाल |
जयदीप चिपलकट्टी |
कविता |
चांदण्या |
सामो |
कविता |
खूप छान धुकं होतं तेव्हा आपल्यामध्ये... |
श्वेता |
कविता |
"रामरावांचा पिवळट सोफा " |
मिलिन्द |
कविता |
अविस्मरणीय पळस |
सामो |
कविता |
चला न कॉम्रेड |
जोशीबुवा |
कविता |
तू |
सुशेगाद |
कविता |
कवितेचं देणं |
anant_yaatree |
कविता |
"प्रिये लेस्बियने" |
मिलिन्द् पद्की |
कविता |
मागणं |
कांचन दिलीप सापटणेकर |
कविता |
पाऊस, पुस्तकं आणि कविता |
May |
कविता |
घर |
कांचन दिलीप सापटणेकर |
कविता |
पिशी डाकिनी संस्कृतमग्ना (कविश्रेष्ठ विंदा करंदीकरांच्या पिशी मावशीच्या काही कवितांचा संस्कृत भावानुवाद) |
किंबहुना सर्वसुखी |
कविता |
"अमेरिकन पार्टी मध्ये भारतीय बाला" |
मिलिन्द |
कविता |
नमामि चार्ल्सं डार्विनम्॥ |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
कविता |
फ्यूनरल ब्लूज - डब्ल्यू. एच. ऑडेन |
चिंतातुर जंतू |
कविता |
विकीपिडीयाची वेडसर वळणं |
पिवळा डांबिस |