कविता |
ह्या कन्नडीगांना आलाय माज |
प्रश्न जेव्हा भाषा संस्कृती |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 10:32 |
कविता |
ह्या कन्नडीगांना आलाय माज |
('आम्ही' कोण?) |
'न'वी बाजू |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 10:28 |
कविता |
ह्या कन्नडीगांना आलाय माज |
तें समजलें. |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 10:27 |
कविता |
ह्या कन्नडीगांना आलाय माज |
फरक पडतो! |
'न'वी बाजू |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 10:24 |
कविता |
ह्या कन्नडीगांना आलाय माज |
अत्रे नव्हे |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 10:19 |
कविता |
ह्या कन्नडीगांना आलाय माज |
पाषाणभेद यांना संपूर्ण अनुमोदन |
मंदार जोशी |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 10:08 |
ललित |
"मी बोलत नाही..." लेखकाला २०१२ चे नोबेल प्राईझ |
हार्दिक अभिनंदन! |
ऋषिकेश |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 09:18 |
कविता |
ह्या कन्नडीगांना आलाय माज |
'न'वी बाजू, आपण माझ्या |
पाषाणभेद |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 09:13 |
कविता |
ह्या कन्नडीगांना आलाय माज |
बाकीचे दुवे तर वाचालच पण हा |
पाषाणभेद |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 08:28 |
कविता |
ह्या कन्नडीगांना आलाय माज |
असलीच बदललेली मतांच्या |
पाषाणभेद |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 08:25 |
कलादालन |
छायाचित्रण पाक्षिक-आव्हान ८ : पोत (टेक्श्चर) |
कुरकुरीत, काटेरी, नितळ... |
रुची |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 08:05 |
चर्चाविषय |
उधळपट्टी |
आताच ही बातमी वाचली |
अस्मिता |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 06:47 |
कविता |
ह्या कन्नडीगांना आलाय माज |
(अवांतर) |
'न'वी बाजू |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 02:19 |
ललित |
"मी बोलत नाही..." लेखकाला २०१२ चे नोबेल प्राईझ |
नोबेल योग्य हातांत |
सागर |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 01:15 |
कविता |
ह्या कन्नडीगांना आलाय माज |
पाळत |
जयदीप चिपलकट्टी |
शुक्रवार, 12/10/2012 - 00:25 |
कविता |
ह्या कन्नडीगांना आलाय माज |
देवगिरीचं राज्य कर्नाटकात |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
गुरुवार, 11/10/2012 - 22:43 |
ललित |
धागे उभे आडवे.. |
(हे रावसाहेबांचं मत म्हणून |
सर्किट |
गुरुवार, 11/10/2012 - 20:59 |
मौजमजा |
कॉन्स्पिरसी थिअरीज |
सी आय ए |
संकेत |
गुरुवार, 11/10/2012 - 20:32 |
कविता |
[काहीच्या काही कविता] आयचाघोरसचा सिद्धांत |
खुप छान |
अनिल तापकीर |
गुरुवार, 11/10/2012 - 20:08 |
कविता |
ह्या कन्नडीगांना आलाय माज |
ओहो! |
'न'वी बाजू |
गुरुवार, 11/10/2012 - 20:08 |
कविता |
फरक कुठे पडला आहे |
खुप सुंदर आहे आवडली |
अनिल तापकीर |
गुरुवार, 11/10/2012 - 20:06 |
कविता |
खबरदारी - |
आवड्ली |
अनिल तापकीर |
गुरुवार, 11/10/2012 - 20:04 |
कविता |
कोलंबस डे |
छान आहे |
अनिल तापकीर |
गुरुवार, 11/10/2012 - 20:03 |
कविता |
ह्या कन्नडीगांना आलाय माज |
कविते बद्दल काय प्रतिसाद |
अनिल तापकीर |
गुरुवार, 11/10/2012 - 20:02 |
कविता |
आपल्या या भारत देशात |
सुचवणि बद्दल धन्यवाद, |
अनिल तापकीर |
गुरुवार, 11/10/2012 - 19:53 |