कविता |
" भारतीय मी, या देशाचा बाळगतो अभिमान ! " |
विदेश |
कविता |
सरदार सरदार |
पाषाणभेद |
कविता |
माझ्या मना |
पाषाणभेद |
कविता |
नियती |
हरवलेल्या जहाजा... |
कविता |
ते सर्व! |
हरवलेल्या जहाजा... |
कविता |
अवघे जग माझ्या विठ्ठलाचे झाले ! |
विदेश |
कविता |
काय करावे मन तळमळते ! |
विदेश |
कविता |
तुटलेल्या मैत्रीणीस :२ |
हरवलेल्या जहाजा... |
कविता |
अशांत वारा |
हरवलेल्या जहाजा... |
कविता |
जालवाणी |
उत्पल |
कविता |
दुरवरल्या गावाकडची आठवण |
पाषाणभेद |
कविता |
हे कविते , |
विदेश |
कविता |
फ्यूनरल ब्लूज - डब्ल्यू. एच. ऑडेन |
चिंतातुर जंतू |
कविता |
" आज मराठी भाषा- दीन ! " |
विदेश |
कविता |
तारकांचा चंदेरी झगमगाट |
गजानन मुळे |
कविता |
मुक्तीद्वार |
हरवलेल्या जहाजा... |
कविता |
(हातसफाई - एक समृद्ध प्रयत्न) |
पाषाणभेद |
कविता |
साफसफाई एक समृद्ध प्रयत्न |
लिखाळ |
कविता |
फिजीकल रात्र |
हरवलेल्या जहाजा... |
कविता |
ताप नको देवू माझ्या डोक्याला |
पाषाणभेद |
कविता |
प्राण |
हरवलेल्या जहाजा... |
कविता |
जिप्सीज : १ |
हरवलेल्या जहाजा... |
कविता |
का? का? का? |
पाषाणभेद |
कविता |
(का? का? का?) |
पाषाणभेद |
कविता |
ते सर्व - २ |
हरवलेल्या जहाजा... |