काव्य
प्रकार | शीर्षक | लेखक | प्रतिसाद | शेवटचा प्रतिसाद |
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कविता | जिकडे तिकडे उगवलेले पॉप कवि | सामो | 2 | रविवार, 01/03/2020 - 21:41 |
कविता | गेले राहून काही | शान्तादुर्गा | रविवार, 01/03/2020 - 21:52 | |
कविता | रदीफ़ | anant_yaatree | 1 | शनिवार, 07/03/2020 - 22:23 |
कविता | दरवेश्याने अस्वलाला जगायचा हक्क दिला. | सामो | 14 | शुक्रवार, 13/03/2020 - 16:13 |
कविता | कविता | सामो | 6 | गुरुवार, 19/03/2020 - 21:51 |
कविता | एक व्हायरस साला आदमी को.. | anant_yaatree | 1 | शुक्रवार, 27/03/2020 - 19:24 |
कविता | नेटसम्राट | स्वयंभू | 3 | रविवार, 29/03/2020 - 14:36 |
कविता | गोष्ट | anant_yaatree | 2 | शुक्रवार, 03/04/2020 - 23:37 |
कविता | अनन्तयात्री | anant_yaatree | शुक्रवार, 10/04/2020 - 16:15 | |
कविता | इंग्रजी व अन्य भाषिक कवितांचे आदानप्रदान व चर्चा | काव्या | 119 | सोमवार, 04/05/2020 - 13:43 |
कविता | दुपारचे तीन | Abhishek_Ramesh_Raut | 2 | रविवार, 10/05/2020 - 20:00 |
कविता | वणवे (ग़ज़ल) | कुमार जावडेकर | 1 | गुरुवार, 14/05/2020 - 01:08 |
कविता | पूर्तता (गझल) | कुमार जावडेकर | 1 | गुरुवार, 14/05/2020 - 01:12 |
कविता | आत्मनिर्भर | कुमार जावडेकर | गुरुवार, 14/05/2020 - 12:29 | |
कविता | ती अन् पाऊस.. | मन्या ऽ | 2 | गुरुवार, 21/05/2020 - 14:34 |
कविता | त्या स्वप्नांना.. | मन्या ऽ | 2 | गुरुवार, 21/05/2020 - 15:04 |
कविता | निर्घृण खून.. | मन्या ऽ | 12 | गुरुवार, 21/05/2020 - 15:29 |
कविता | छत्री दुरूस्तीला टाकली पाहिजे (३/३) | ऋषिकेश | 27 | शुक्रवार, 22/05/2020 - 00:51 |
कविता | घे भरारी.. | मन्या ऽ | 3 | शुक्रवार, 22/05/2020 - 08:28 |
कविता | बापजन्म! | मन्या ऽ | 2 | शनिवार, 23/05/2020 - 01:56 |
कविता | मागे वळुन पाहताना.. | मन्या ऽ | 1 | शनिवार, 23/05/2020 - 17:39 |
कविता | वाट.. | मन्या ऽ | 6 | रविवार, 24/05/2020 - 10:32 |
कविता | पांच | अस्वल | 24 | शुक्रवार, 29/05/2020 - 01:17 |
कविता | वय इथले संपत नाही | चंद्रहास | 1 | शनिवार, 30/05/2020 - 22:35 |
कविता | रेंगाळतो आहे.. | मन्या ऽ | शनिवार, 30/05/2020 - 23:49 |