काव्य
प्रकार | शीर्षक | लेखक | प्रतिसाद | शेवटचा प्रतिसाद |
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कविता | अंतर | शान्तादुर्गा | 3 | मंगळवार, 26/10/2021 - 12:30 |
कविता | आभाळाच्या फळ्यावर | anant_yaatree | 4 | गुरुवार, 21/10/2021 - 22:23 |
कविता | बहुरूपी | anant_yaatree | सोमवार, 11/10/2021 - 10:49 | |
कविता | संभाव्याच्या अब्ज छटांतून | anant_yaatree | 1 | सोमवार, 27/09/2021 - 22:03 |
कविता | आठवणींच्या विश्वात | शब्दांकित | 2 | सोमवार, 20/09/2021 - 11:01 |
कविता | पसायदान? छे! "वसा महान" / मनुष्य-“पण" | Swamy Vigyananand | 2 | सोमवार, 20/09/2021 - 02:58 |
कविता | गावाचा पिंपळ आणि इतर क्षणिका | विवेक पटाईत | 3 | शुक्रवार, 13/08/2021 - 10:28 |
कविता | विस्कळखाईत कोसळताना | anant_yaatree | 1 | सोमवार, 09/08/2021 - 13:49 |
कविता | "जाड जाहले बूड " | मिलिन्द | 2 | शुक्रवार, 09/07/2021 - 19:37 |
कविता | सुटका नाही | anant_yaatree | 1 | सोमवार, 14/06/2021 - 06:46 |
कविता | माणूस माणूस म्हणतात मला | Nikita Vaidya | 1 | बुधवार, 02/06/2021 - 15:41 |
कविता | अंतर्नाद | anant_yaatree | 1 | गुरुवार, 20/05/2021 - 01:47 |
कविता | "कोव्हिडच्या रात्री" | मिलिन्द | 2 | गुरुवार, 13/05/2021 - 01:39 |
कविता | आज जरी | anant_yaatree | 2 | गुरुवार, 13/05/2021 - 01:34 |
कविता | काही बोलायचे आहे (विरसग्रहण) | प्रकाश घाटपांडे | 8 | बुधवार, 12/05/2021 - 22:29 |
कविता | या अशा उद्विग्न वेळी | anant_yaatree | 1 | शुक्रवार, 07/05/2021 - 22:02 |
कविता | "भर्त्सना" | मिलिन्द | 1 | मंगळवार, 04/05/2021 - 17:34 |
कविता | सवय | anant_yaatree | शनिवार, 01/05/2021 - 12:02 | |
कविता | ""श्रीमंत" लोक कसे रहातात" | मिलिन्द | गुरुवार, 29/04/2021 - 21:48 | |
कविता | जाईन विचारित रानफुला | एक मराठी असामी | बुधवार, 28/04/2021 - 06:45 | |
कविता | इश्तियाक़ | मन्या ऽ | 8 | सोमवार, 26/04/2021 - 08:43 |
कविता | पारिजात | मन्या ऽ | रविवार, 25/04/2021 - 21:36 | |
कविता | कवितेनंतर | anant_yaatree | शनिवार, 24/04/2021 - 20:57 | |
कविता | ठिपके | anant_yaatree | 4 | बुधवार, 31/03/2021 - 14:53 |
कविता | भेट | anant_yaatree | 1 | सोमवार, 22/03/2021 - 22:23 |